Bansawali Kaise Banaye: कई बार हमें अपनी संपत्ति का बंटवारा करने के लिए वंशावली प्रमाण पत्र तैयार करानी पड़ती है। वंशावली प्रमाणपत्र एक बहुत अच्छा प्रमाणपत्र है जिसके माध्यम से संपत्ति का बंटवारा किया जाता है। अब वंशावली बनाना पहले की तुलना में बहुत आसान हो गया है. क्योंकि हाल ही में बिहार सरकार ने वंशावली प्रमाण पत्र बनाने की नई प्रक्रिया लागू की है आप भी जानना चाहते है की तो आर्टिकल को पूरा पढ़े.
Bansawali Kaise Banaye: वंशावली बनवाने के लिए आपको मात्र ₹10 का भुगतान करना होगा, यह शुल्क कहां और आपको आवेदन कहां जमा करना होगा, सभी की वंशावली कैसे बनेगी, Bansawali Kaise Banta Hai इससे जुड़ी सारी जानकारी आपको निचे दी गई है जिसे आप ध्यान से पढ़े |
(वंशावली प्रमाण पत्र क्या है?)
Bansawali Kya Hai ? वंशावली प्रमाणपत्र” एक ऐसा दस्तावेज़ है जिसमें किसी परिवार के सदस्यों की वंशावली और गोत्र की जानकारी होती है। इसमें परिवार के पुर्वजों से लेकर वर्तमान समय तक के सभी सदस्यों का विवरण होता है। वंशावली का प्रयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए किया जाता है। इसके साथ ही, जैसा कि आप जानते हैं, किसानों को कृषि भूमि उनके पूर्वजों (पीढ़ी) से मिलती है। ऐसे में अगर वे कृषि विभाग की किसी भी प्रकार की योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो उन्हें वंशावली जैसे दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है.
(वंशावली का प्रारूप)
Bansawali Kaise Banaye: देखिए वंशावली कई जगह पर कई अलग-अलग तरह से बनाए जाते हैं लेकिन वंशावली का जो प्रारूप होता है कुछ इस तरह से ही आपको देखने को मिलता है. यह एक तरह से पूर्वजों के बारे में जानकारी है, आपके दादा, परदादा और पिता कौन हैं। ताकि आप अपने पूर्वजों के आधार पर उनकी संपत्ति पर अधिकार प्राप्त कर सकें। सरकार की ओर से कई ऐसी योजनाएं हैं जिनमें वंशावली की आवश्यकता होती है.
(वंशावली के उपयोग)
Bansawali Ka use kaha hai: यदि आपके दादा, परदादा या आपके पूर्वज ने आपके लिए किसी प्रकार की संपत्ति रखी है तो उस पर अधिकार पाने के लिए आपको वंशावली की आवश्यकता होती है। बंसावली का वितरण कैसे किया जाता है? जैसे यदि कोई जमीन है जो आपके दादा, परदादा के नाम पर है, लेकिन उनके बाद अब उस जमीन पर पूरा नियंत्रण रखने के लिए आपको वंशावली की आवश्यकता होगी। लेकिन ऐसी कई सरकारी योजनाएं हैं जिनके तहत लाभ लेने के लिए आपको वंशावली की आवश्यकता होगी।
(महत्वपूर्ण दस्तावेज)
- शपथ पत्र पर वंशावली का विवरण
- स्थानीय निवास होने का प्रमाण पत्र. जैसे जमीन का दस्तावेज, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, मैट्रिक या अन्य प्रमाण पत्र इत्यादि
- लिखित आवेदन पत्र
- ₹10 का शुल्क नगद
- मोबाइल नंबर इत्यादि
(वंशावली कैसे बनवाएं)
Bansawali Kaise Banaye: सबसे पहले तो आपको यह पता करना है कि आखिर आपको वंशावली क्यों बनवानी है और आपको किस लेवल की वंशावली की आवश्यकता है उसके हिसाब से ही आप अपने वंशावली को बनवाएं. आपके पास वंशावली बनवाने के लिए दो विकल्प हैं, जिनके माध्यम से आप अपनी वंशावली जारी करवा सकते हैं।
पहला विकल्प यह है कि आप अपनी वंशावली अपने ग्राम पंचायत के सरपंच के माध्यम से बनवा सकते हैं दूसरा आप चाहें तो अपनी वंशावली कोर्ट से भी बनवा सकते हैं. तो आपको जिस प्रकार की वंशावली चाहिए उसके अनुसार आप वंशावली बनवा सकते हैं
कोर्ट के द्वारा:- अगर आपको कोर्ट से बना हुआ वंशावली की आवश्यकता है तो सबसे पहले आपको अपने जिला कोर्ट जाना होगा और वहां पर जाकर आवेदन करनी होगी. इसकी एक फॉर्म आती है जिससे आप भर के कोर्ट में जमा करवाएंगे जिसके बाद आपका वंशावली बना दी जाएगी
पंचायत स्तर द्वारा: सरपंच के माध्यम से वंशावली बनवाने के लिए सबसे पहले आप अपने पंचायत कार्यालय में जाकर आवेदन करेंगे इसके बाद आपका वंशावली निर्गत कर दी जाएगी
Note-वंशावली दो प्रतियों में तैयार की जायेगी। वंशावली की दोनों प्रतियां सभी दस्तावेजों के साथ ग्राम पंचायत सचिव को लौटा दी जाएंगी। ग्राम कचहरी सचिव उक्त वंशावली की छायाप्रति अपने कार्यालय अभिलेख के रूप में सुरक्षित रख सकेंगे। सरपंच से वंशावली प्राप्त करने के बाद, पंचायत सचिव एक प्रति पर अपना हस्ताक्षर और दूसरी प्रति पर आवेदक के हस्ताक्षर करके उसे सौंप देगा। दूसरी प्रति के आधार पर उसका पूरा विवरण परिवार रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। द्वितीय प्रति एवं मूल आवेदन पत्र ग्राम पंचायत कार्यालय में सुरक्षित रखा जायेगा।
(महत्वपूर्ण जानकारी)
- आवेदन के साथ पंचायत कार्यालय में दस रुपये नकद जमा कराने होंगे।
- वंशावली को पुनः जारी करने के लिए आवेदक को पंचायत सचिव के पास 100 रुपये का शुल्क जमा करना होगा।
- पंचायत सचिव संबंधित कागजात से संतुष्ट होकर मुहर, मोहर व तारीख के साथ अपनी अनुशंसा ग्राम कचहरी को सौंपेंगे.
- अग्रेषित आवेदन की छायाप्रति पंचायत सचिव अपने कार्यालय में सुरक्षित रखेंगे।
वंशावली फॉर्म कैसे भरे?
भूमि सर्वे में कौन-कौन से कागजात की जरूरत होगी स्व घोषणा प्रमाण पत्र जमाबंदी संख्या की विवरण या मालगुजारी रसीद की छाया प्रति खतियान की नकल मृत्यु की तिथि यानी मृत्यु प्रमाण पत्र की छाया प्रति आवेदक या हित अर्जन करने वाले वाले का मृतक का बारिश होने का प्रमाण पत्र
बिहार में वंशावली कैसे बनता है?
यदि आप अपनी पंचायत द्वारा वंशावली बनाते हैं, तो आपको कोई खर्च नहीं करना पड़ेगा। सबसे पहले आपको अपनी पंचायत के सरपंच के पास जाना होगा। क्योंकि पंचायत स्तर से बनाने की प्रक्रिया में आप अपने पंचायत निधि सरपंच द्वारा बनाये जाते हैं ! आपको सरपंच के लेटर पेड पर एक सिद्रुल तैयार करवाना होगा।
वंशावली क्या है?
वंशावली प्रमाणपत्र” एक ऐसा दस्तावेज़ है जिसमें किसी परिवार के सदस्यों की वंशावली और गोत्र की जानकारी होती है। इसमें परिवार के पुर्वजों से लेकर वर्तमान समय तक के सभी सदस्यों का विवरण होता है। वंशावली का प्रयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए किया जाता है।
वंशावली बनाने के लिए दस्तावेज क्या लंगेगे?
शपथ पत्र पर वंशावली का विवरण
स्थानीय निवास होने का प्रमाण पत्र.
जैसे जमीन का दस्तावेज, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, निवास प्रमाण पत्र,
मैट्रिक या अन्य प्रमाण पत्र इत्यादि
लिखित आवेदन पत्र
₹10 का शुल्क नगद
मोबाइल नंबर इत्यादि
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